Fake DSP Vishal Sharma Arrested:विशाल शर्मा सुबह से पहन लेता था DSP की वर्दी, .....

 

विशाल शर्मा सुबह से पहन लेता था DSP की वर्दी, रौब के साथ करता था लाखों की वसूली। 

वर्दी में हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर बेधड़क डालता है फोटो। 

कमाई इतनी की , अकाउंट देख उड़े गयें पुलिस वालों के होश।

         ऐसी ही फोटो डालकर लोगों से ठगे रुपए। 

6AM News Network, Published by : Ravindra yadav, Updated by: Wed, 08, Jan, 2024, 11:26 AM IST


Fake DSP Arrested by Ujjain Police : उज्जैन पुलिस के हाथ लगा विशाल शर्मा नाम का एक ऐसा ठग जो कभी खुद को डीएसपी तो एसपी बात करके बेधड़क लोगों से करता है ठगी।

वर्दी में इंस्टाग्राम पर फोटो डालकर, 34 लाख ठगे:14 लोगों से प्लाट-मकान और नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का आरोपी गिरफ्तार। 

इस तरह की फोटो डालकर लोगों से ठगे लाखों रुपए। 

कभी खुद को मप्र पुलिस में आरक्षक तो कभी एसआई और डीएसपी बताने वाले ठग विशाल शर्मा (28) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ उज्जैन, शाजापुर और नीमच के थानों में धोखाधड़ी की 14 शिकायतें दर्ज हुई थीं। विशाल इन सभी पीड़ितों से प्लाट-मकान दिलवाने और नौकरी लगवाने के नाम पर 34 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुका था। आरोपी ने इंस्टाग्राम पर पुलिस की वर्दी में राइफल के साथ अपना फोटो डाल रखा था। उसी का रोब दिखाकर लोगों को झांसा देकर ठगी करता था।


जालसाज ठग विशाल शर्मा देवास का रहने वाले हैं आरोपी विशाल शर्मा लाखों रुपये से ज्यादा की ठगी को अंजाम देने में कामयाब रहा।


विकास प्राधिकरण सीईओ से पहचान का दावा कर प्लाट के नाम पर वसूली

पुलिस ने लोगों से प्लॉट-मकान और नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले युवक विशाल शर्मा को गिरफ्तार किया है..

उज्जैन: कभी खुद को दरोगा तो कभी डीएसपी बताने वाले ठग विशाल शर्मा (28) को उज्जैन पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ उज्जैन, शाजापुर और नीमच के थानों में धोखाधड़ी की 14 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. विशाल ने प्लॉट-मकान दिलवाने और नौकरी लगवाने के नाम पर 34 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की. आरोपी इंस्टाग्राम पर पुलिस की वर्दी में राइफल के साथ अपना फोटो डालता था. वर्दी का रौब दिखाकर लोगों को झांसा देकर ठगी करता था.


आरोपी अब सलाखों के पीछे है. दिलचस्प बात यह है कि आरोपी ने फर्जी पुलिस आईडी बनवाई और सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें, रायफल के साथ अपलोड कीं। इन तस्वीरों ने लोगों को धोखा देने में बड़ी भूमिका निभाई. विशाल ने उज्जैन में 2016 के सिंहस्थ मेले के दौरान चार महीने होमगार्ड के रूप में काम किया था. यहीं से उसने पुलिसवालों के तौर-तरीके सीखे. सिंहस्थ के बाद नौकरी चली गई, लेकिन वर्दी पहनकर अपना रौब बनाए रखा. देवास में रहकर वह प्लॉट दिलाने और ट्रांसफर कराने के नाम पर लोगों को ठगता रहा. 


उज्जैन विशाल ने शाजापुर के एक फोटो स्टूडियो से नकली पुलिस आईडी बनवाई और वर्दी खरीदी. उसने अपने पुलिसकर्मी दोस्त की राइफल लेकर फोटो खिंचवाई. इन्हीं तस्वीरों के आधार पर लोगों से ठगी शुरू की. ठगी से मिली रकम का इस्तेमाल उसने 11 लाख रुपये का कर्ज चुकाने में किया.


एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि ‘विशाल शर्मा ने पिछले डेढ़-दो साल में कई लोगों से ठगी की. हमने उसे गिरफ्तार कर लिया है. उसे पुलिस रिमांड पर लिया गया है. ठगी के सभी मामलों की जांच की जा रही है. विशाल उर्फ लखन मूलतः जगोटी गांव का रहने वाला है. देवास में रहता है. पिछले डेढ़-दो साल में विशाल ने 14 लोगों से 34 लाख 17 हजार रुपये की ठगी को अंजाम दिया है. रोजमर्रा के खर्च और लोन को पूरा करने के लिए इन पैसों का इस्तेमाल किया.’

पुलिस गिरफ्त में आरोपी विशाल 11 लाख का लोन चुकाया। 


ठगी की रकम से विशाल ने अपना 11 लाख रुपए का लोन भी चुकाया। आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया जा रहा है। सभी 14 पीड़ितों को को तलब किया जा रहा। शाजापुर के स्टूडियो वाले को भी इस मामले में आरोपी बनाया जाएगा।

एसपी शर्मा ने बताया, ‘ऐसी जानकारी हाथ लगी है कि आरोपी ने अपने कुछ मित्रों के साथ पुलिस की परीक्षा दी थी. यह सफल नहीं हुआ लेकिन दोस्तों को बताया कि पास हो गया है और नौकरी कर रहा है. पुलिस दोस्त की राइफल से फोटो खिंचवा लिए. लोगों को भरोसा दिलाया कि पुलिस में है. पुलिस की तैयारी करने की वजह से उसका रंग-रूप बिल्कुल पुलिस रंगरूट जैसा है. सामान्य परिवार से है.’

फिलहाल, पुलिस ठगी के सभी पीड़ितों को बुलाकर इस मामले की तहकीकात कर रही है. इस ठगी के खेल में स्टूडियो संचालक को भी आरोपी बनाया जाएगा। 

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